हिंदी की दुनिया
Language: English - 90 pages
€8.88
Synopsis
लेखक के बारे में
इस किताब के लेखक है कुमार अंकेश ! कुमार अंकेश का जन्म 9 सितंबर 2008 को हुआ था। उनका जन्म बिहार के शहर भागलपुर मैं हुआ था। उन्होंने यह किताब साल 2021 में लिखी है। जब धोने यह किताब लिखी थी तब उनका उम्र 12 साल था। उन्होंने केवल 12 साल की उम्र में एक किताब लिख डाली, यह बात हमारे देश के लिए बहुत बड़ी बात है।
जिस समय वह किताब लिख रहे थे उस समय वह आठवीं कक्षा में थे, वे भागलपुर की cbse स्कूल हैप्पी वैली स्कूल में पढ़ते है। उनको पढ़ने में बहुत ही रुचि है, तथा पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ खेल कूद भी करा करते थे, उनका कुछ प्रमुख खेल है क्रिकेट, वॉलीबॉल, टेबल टेनिस, शतरंज और बहुत कुछ।
उन्होंने भी आम आदमी के तरह संघर्ष किया, उन्होंने कहा कि मनुष्य बिना संघर्ष किए कुछ प्राप्त नहीं कर सकता। उनके पिता का नाम सुदेश कुमार यादव है, जो कि वकील है, उनकी माता का नाम कविता कुमारी है, जोकि एक साधारण हाउसवाइफ है।
About Kumar Ankesh
लेखक के बारे में
इस किताब के लेखक है कुमार अंकेश ! कुमार अंकेश का जन्म 9 सितंबर 2008 को हुआ था। उनका जन्म बिहार के शहर भागलपुर मैं हुआ था। उन्होंने यह किताब साल 2021 में लिखी है। जब धोने यह किताब लिखी थी तब उनका उम्र 12 साल था। उन्होंने केवल 12 साल की उम्र में एक किताब लिख डाली, यह बात हमारे देश के लिए बहुत बड़ी बात है।
जिस समय वह किताब लिख रहे थे उस समय वह आठवीं कक्षा में थे, वे भागलपुर की cbse स्कूल हैप्पी वैली स्कूल में पढ़ते है। उनको पढ़ने में बहुत ही रुचि है, तथा पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ खेल कूद भी करा करते थे, उनका कुछ प्रमुख खेल है क्रिकेट, वॉलीबॉल, टेबल टेनिस, शतरंज और बहुत कुछ।
उन्होंने भी आम आदमी के तरह संघर्ष किया, उन्होंने कहा कि मनुष्य बिना संघर्ष किए कुछ प्राप्त नहीं कर सकता। उनके पिता का नाम सुदेश कुमार यादव है, जो कि वकील है, उनकी माता का नाम कविता कुमारी है, जोकि एक साधारण हाउसवाइफ है।
Product specifications
Binding | Paperback |
---|---|
Language | English |
Publishing date | Thursday, 29 July 2021 |
Edition | 1 |
Pagecount | 90 |
Interior color | Black/white |
Size | 210 x 297 mm |
Author | Kumar Ankesh |
Category | Child and youth > Other child and youth |